World Teacher’s Day 2024: भारत में हर साल शिक्षक दिवस 5 सितम्बर को बनाया जाता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया भर में 5 अक्तूबर को विश्व शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल 5 अक्तूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाते हैं। इस दिन का उद्देश्य शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मानित करना और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना करना है।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि,इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है
और यह दिन शिक्षकों की समाज में भूमिका को पहचानने, शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने, और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए प्रेरित करने का अवसर होता है।शिक्षकों को सम्मानित करने का यह दिन वास्तव में उनके अमूल्य योगदान को पहचानने और सराहने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि शिक्षक केवल ज्ञान का संचार नहीं करते, बल्कि वे हमारे समाज के भविष्य के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
World Teacher’s Day 2024:जानें क्या है इतिहास ?
बता दें कि, विश्व शिक्षक दिवस की शुरुआत 1994 में हुई थी। जानकारी के अनुसार, इस दिन का चयन 1966 में यूनेस्को और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा शिक्षक शिक्षा और उनके कार्यस्थल पर दिए गए मानकों की अनुशंसा को अपनाने के उपलक्ष्य में किया गया था। यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शिक्षकों के अधिकारों, उनकी कार्य परिस्थितियों और उनकी पेशेवर जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करता है।
World Teacher’s Day 2024: क्यों मनाया जाता है विश्व शिक्षक दिवस?
शिक्षक समाज के निर्माता होते हैं। यह शिक्षा के साथ छात्रों के चरित्र, मानसिकता, और भविष्य का निर्माण भी करते हैं। विश्व शिक्षक दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि हम शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करें और उनके प्रयासों को सराहें। यह दिन हमें याद दिलाता है कि शिक्षक केवल एक पेशेवर नहीं, बल्कि समाज के भविष्य निर्माता होते हैं। इसके माध्यम से शिक्षा के महत्व और शिक्षकों की जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके और समाज का विकास हो।
World Teacher’s Day 2024: विश्व शिक्षक दिवस की क्या है थीम
हर साल विश्व शिक्षक दिवस की थीम शिक्षकों की भूमिका, उनके मुद्दों और शिक्षा में सुधार पर ध्यान केंद्रित करती है। 2024 में, इस दिन की थीम है: “शिक्षकों की आवाज को महत्व देना: शिक्षा के लिए एक नए सामाजिक अनुबंध की ओर”। यह थीम विशेष रूप से शिक्षकों के पेशेवर जीवन में सुधार, उनकी चिंताओं को प्राथमिकता देने, और शिक्षा के क्षेत्र में एक नए दृष्टिकोण को अपनाने की आवश्यकता पर जोर देती है।
इस थीम के पीछे यह सोच है कि शिक्षकों की आवाज़ को न केवल सुना जाए, बल्कि उन्हें शिक्षा प्रणाली के पुनर्निर्माण में एक प्रमुख भूमिका दी जाए। यह एक ऐसा समय है जब शिक्षा को फिर से परिभाषित करने और उसे समाज की बदलती आवश्यकताओं के साथ जोड़ने की जरूरत है। इसके अंतर्गत शिक्षकों के पेशेवर विकास, उनके कामकाजी माहौल में सुधार और नई शिक्षा नीतियों को लागू करने पर गहन चर्चा की जाती है, ताकि वे छात्रों को भविष्य के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर सकें।
यह थीम यह भी इंगित करती है कि शिक्षकों का योगदान सिर्फ कक्षा में ही सीमित नहीं है, बल्कि वे समाज के व्यापक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक नए सामाजिक अनुबंध की ओर बढ़ने का मतलब है कि शिक्षा नीति और समाज दोनों को शिक्षकों के योगदान को पहचानने और उनके काम को अधिक समर्थन और संसाधन देने की आवश्यकता है।