Chhattisgarh News: कहीं शिक्षक की मांग तो कहीं स्कूल की मांग हो रही है। हमारे देश को आजाद हुए 78 साल हो गया है फिर भी शिक्षा को लेकर अभी भी बहुत पीछे है। देश में ऐसे बहुत से विद्यालय हैं जहां पर शिक्षक नहीं हैं तो कुछ जहग पर स्कूल ही नहीं है। ये हमारे देश की स्थिति है। एक ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से आ रहा है जहां पर स्कूली बच्चों ने रो-रो कर मीडिया से अपनी आपबीती बताई। चलिए जानते है पूरा मामला
जेल भेजने की दी धमकी
सूत्रों के मुताबिक, कलेक्टर के ‘जनदर्शन’ में हाई स्कूल के बहुत से स्टूडेंट्स भी पहुंचे थे। और सभी बच्चों ने स्कूल में शिक्षक की कमी का मुद्दा उठाया। कलेक्टर ने उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी (DEO)के पास भेज दिया। बच्चों का आरोप है कि डीईओ ने ज्ञापन देखने के बाद उनके साथ दुर्व्यवहार किया और जेल भेजने की धमकी दी। वहीं स्कूली बच्चों ने रो-रो कर मीडिया कर्मी के सामने अपनी बात रखी।
ज्ञापन में स्कूली बच्चों ने तीन दिन के अंदर शिक्षक व्यवस्था नहीं करने पर स्कूल में धरना प्रदर्शन और स्कूल में ताला लगाने की बात लिखी है। जिला प्रशासन ने दो दिन के अंदर शिक्षक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है।
टीचर की नियुक्ति नहीं की गई
एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार स्कूली बच्चों के जीवन और पढ़ाई को लेकर कई योजनाए संचालित करती है साथ ही उनपर करोड़ो रूपये भी खर्च करती है लेकिन अभी भी कुछ क्या बहुत से ऐसे स्कूल हैं जहां पर यह सुविधा बिल्कुल भी नहीं पहुच पा रही है। ऐसा ही मामला जिले के डोंगरगढ़ विकाखंड के आलिवारा स्कूल से आई है जहां 11वीं और 12वीं के विज्ञान और कला संकाय के लिए टीचर की नियुक्ति नहीं की गई है।
”ऐसा आवेदन किसने लिखवाया है, तुम लोग जेल के अंदर हो जाओगे”-DEO
आरती साहू नाम की छात्रा ने बताया कि कैसे उनके साथ दुर्व्यवहार किया। बताया कि पिछले दो साल से कई विषय के शिक्षक नहीं हैं। कलेक्टर ने दो दिन के अंदर शिक्षक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है लेकिन डीईओ से मिलने गए थे और डीईओ ने बच्चों के साथ गलत तरीके से बात की। तभी बच्चे रो रहे हैं। स्कूली बच्चों ने आवेदन में लिखा है कि अगर तीन दिन के अंदर शिक्षक की व्यवस्था नहीं होगी तो स्कूल में धरना प्रदर्शन करेंगे और ताला लगा देंगे, इसी आवेदन को लेकर डीईओ कहा कि ”ऐसा आवेदन किसने लिखवाया है। तुम लोग जेल के अंदर हो जाओगे।”