Fast Food: अमेरिकी फास्ट फूड चेन ने अपने मेन्यू से ताजे प्याज को हटा दिया है। वहीं दूसरी जगह मैकडॉनल्ड्स के रेस्तरां में ई.कोली प्रकोप का संभावित कारण कहीं ना कहीं प्याज को माना जा रहा है, जिससे 75 लोग बीमार हुए हैं और एक व्यक्ति की मौत हुई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
Fast Food: मेन्यू में से प्याज को हटा दिया गया
मिली जानकारी के अनुसार, मैकडॉनल्ड्स, बर्गर किंग, केएफसी, पिज्जा हट, और टैको बेल जैसी अमेरिकी फास्ट फूड चेन ने ई.कोली संक्रमण के कारण अपने मेन्यू में से प्याज को हटा दिया है। प्याज की आपूर्ति टेलर फॉर्म्स से हो रही थी, जिससे संक्रमण की आशंका जताई गई है। वहीं दूसरी तरफ देखें तो यूएस फूड्स ने कोलोराडो में उत्पादित पीले प्याज की खेप भी वापस मंगा ली है।
आपको बता दें कि इस संक्रमण का प्रकोप पहली बार सितम्बर में देखा गया था। जिसके कारण लगभग 75 लोग बीमार हुए और एक की मृत्यु हो गई। इस संबंध में अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र द्वारा बीफ की जांच भी की जा रही है।
Fast Food: बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव
मैकडॉनल्ड्स के शेयरों पर ई.कोली प्रकोप का नकारात्मक असर पड़ने की संभावना है। चिपोटल मैक्सिकन ग्रिल और जैक इन द बॉक्स जैसी कंपनियों की 2015 और 1993 में ई.कोली के मामलों के कारण बिक्री में भारी गिरावट देखी गई थी। बेयर्ड इक्विटी रिसर्च के विश्लेषक डेविड टारंटिनो ने मैकडॉनल्ड्स के शेयरों को “न्यूट्रल” करार दिया है। टारंटिनो का मानना है कि इस प्रकोप की रिपोर्ट से उपभोक्ताओं में असुरक्षा की भावना बढ़ सकती है, जिससे बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
Fast Food: 39,000 से अधिक आउटलेट्स
बता दें कि, मैकडॉनल्ड्स की स्थापना 1940 में कैलिफोर्निया के सैन बर्नार्डिनो में हुई थी और अब यह 100 से अधिक देशों में 39,000 से अधिक आउटलेट्स के साथ एक वैश्विक फास्ट-फूड श्रृंखला बन गई है। भारत में, मैकडॉनल्ड्स ने 1996 में प्रवेश किया और वर्तमान में इसके लगभग 400 स्टोर संचालित हैं।