Bomb Threat: पिछले कुछ दिनों से भारत की कई नेशनल और इंटरनेशनल फ्लाट्स को बम की धमकी मिल चुकी है। देखा जाए तो लगभग सभी धमकियां नकली निकली है। इन धमकी भरे कॉल्स को लेकर सरकार की चिंता दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है।इन मामलो का पता लगाने या समस्याओं का सामना करने के लिए सरकार लगातार उच्च स्तरीय बैठकें कर रही है और अलग-अगल विभागों से जानकारी इकट्ठी कर रही है।
Bomb Threat: सुरक्षा एजेंसियां हुई सतर्क
सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय ने हालिया सुरक्षा स्थिति को लेकर एक और बैठक बुलाई है, जिसमें गृह सचिव, BCAS (ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी) के डीजी और CISF के अधिकारियों ने अब तक की जांच का ब्योरा पेश किया। पिछले डेढ़ हफ्ते में विभिन्न एयरलाइनों को दर्जनों धमकी भरे कॉल्स मिल चुके हैं। जांच से पता चला है कि इनमें से अधिकांश थ्रेट कॉल्स विदेशों से आ रही हैं, जिसके चलते सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और एयरलाइनों की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। मामले की गहन जांच जारी है।
Bomb Threat: फर्जी बम धमकियों से निपटने के लिए उठाए गए सख्त कदम
सरकार फर्जी बम धमकियों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय अपराधियों को नो-फ्लाई लिस्ट में शामिल करने की योजना बना रहा है ताकि ऐसे अपराधियों को फ्लाइट्स में यात्रा करने से रोका जा सके। हाल ही में 70 से ज्यादा नेशनल और इंटरनेशनल फ्लाइट्स को बम धमकियों का सामना करना पड़ा, जिनमें से ज्यादातर फर्जी निकलीं। इसके बाद नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने एयरलाइंस के सीईओ और प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
दिल्ली पुलिस ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया है, जिसमें साइबर सेल और इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन्स (IFSO) की टीमें शामिल हैं, जो इन धमकियों की जांच कर रही हैं। सरकार जल्द ही इस समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने वाली है।