Shardiya Navratri 2024: देश में शारदीय नवरात्र की धूम चरों तरफ देखने को मिल रही है। जैसे की आप सभी को पता है कि इस दौरान माता के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। आज नवरात्रि का आठवां दिन है आज के दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है।
बहुत से लोग ऐसा सोचते हैं कि इनका नाम महागौरी कैसा पड़ा तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इनका नाम महागौरी इनके ’गौर’ (गोरा) वर्ण के कारण पड़ा था। नारद के कहने पर इन्होंने भगवान महादेव से विवाह करने का संकल्प लिया था। इसके लिए इन्होंने कठोर तपस्या की।
Shardiya Navratri 2024: मां महागौरी का स्वरूप
इस कठोर तपस्या के फलस्वरूप इनका रंग काला हो गया। जब भगवान महादेव तपस्या से प्रसन्न होकर वर देने आए तब गंगाजल से धोकर पार्वती जी के शरीर की कालिमा समाप्त की। तुलसीदास जी ने अपनी रचना में पार्वती की तपस्या का उल्लेख किया है। इनके गोरा रंग की तुलना शंख और चन्द्रमा से की जाती है।
किशोरी अवस्था में माता वेश्वेत वस्त्र धारण करती थी। इनकी चार भुजाएं हैं। दाहिनी तरफ ऊपर वाला हाथ अभय मुद्रा में और नीचे वाला हाथ त्रिशूल पकड़े हुए है। ऊपरवाले बाएं हाथ मे डमरू और नीचे वाला अभय मुद्रा में है। इनका वाहन वृषभ है।
Shardiya Navratri 2024: पढ़े रोज ये मंत्र
श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः।।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
Shardiya Navratri 2024: जानें महागौरी की पूजा विधि
महागौरी का व्रत जो भी रखता है उनपर मां की कृपा बनी रहती है। साथ ही इनकी उपासना श्रेष्ठ फलदायिनी भी होती है।ऐसा कहा जाता है कि जो भी भक्तगण इनकी उपासना करता है उसके सभी पाप और कलुषता समाप्त हो जाते हैं। यहां तक कि जन्म जन्मांतर से संचित पाप समाप्त होते हैं। इसके साथ ही आने वाले पापों के पहले से नष्ट हो जाने की संभावना बनती है।
अक्षय पुण्यों का उदय होता है। मन से की गई पूजा का देवी की तरफ़ से अपार फल देनेवाला होता है। इनकी शरणागति हमारे लिए सत्त का द्वार खोलता है।देवी पुराण के मुताबिक, आज के दिन 8 कन्याओं का भोज करवाना चाहिए। स्त्रियां आज की दिन बैंगनी रंग के वस्त्र पहनती हैं। कई लोग आज ही के दिन हवन और कन्या पूजन कराते हैं।