पुने शहर में हाल ही में हुए एक हाई-प्रोफाइल पोर्शे दुर्घटना मामले में पुलिस ने दो व्यक्तियों को खून के नमूनों में हेरफेर करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी ने इस मामले को फिर से चर्चा में ला दिया है, जो पहले ही पूरे राज्य में सनसनी का विषय बना हुआ था।
यह मामला पुने की एक बड़ी सड़क दुर्घटना से जुड़ा है, जिसमें एक तेज़ रफ़्तार पोर्शे कार ने अन्य वाहनों को टक्कर मारी थी। इस दुर्घटना में कई लोग घायल हुए थे और यह संदेह जताया जा रहा था कि ड्राइवर नशे की हालत में था। दुर्घटना के बाद, पुलिस ने ड्राइवर का खून का नमूना लिया था ताकि यह जांच की जा सके कि वह शराब के नशे में था या नहीं।
हालांकि, जांच के दौरान पुलिस को यह सूचना मिली कि ड्राइवर के खून के नमूने में हेरफेर किया गया है। आरोप है कि इस हेरफेर का उद्देश्य ड्राइवर के शराब सेवन के साक्ष्य को छुपाना था। पुलिस ने जांच को गंभीरता से लिया और विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। इसके बाद, जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि खून के नमूने में हेरफेर के पीछे दो व्यक्तियों का हाथ था।
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान अब तक गुप्त रखी गई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी दुर्घटना के समय मौजूद थे और उनके खून के नमूने के साथ छेड़छाड़ करने के प्रमाण मिले हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और उनसे इस हेरफेर के पीछे की साजिश का खुलासा करने की कोशिश की जा रही है।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि खून के नमूने में हेरफेर के पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ होने का संदेह है। पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है, ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को सख्त सजा मिल सके।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों को जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की सुनवाई को लेकर पूरे शहर में उत्सुकता बनी हुई है, और लोग यह जानने के लिए बेचैन हैं कि इस हेरफेर के पीछे कौन-कौन शामिल हो सकता है।