Nepal Border: नेपाल जाने की योजना बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है, क्योंकि नेपाल में अब भारतीय नंबर के वाहनों के लिए रोड परमिट प्राप्त करने के लिए भारतीय मुद्रा में 1600 रुपये अतिरिक्त शुल्क देना पड़ेगा। इसलिए नेपाल यातायात विभाग से रसीद लेना भी अनिवार्य हो गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यदि किसी वाहन के पास रोड परमिट नहीं है, तो उस पर 1000 से 5000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
नेपाल सरकार ने पांच दिन पहले भारतीय वाहनों के प्रवेश शुल्क को बढ़ा दिया है, जिससे भारतीय वाहन मालिकों को अब अधिक शुल्क का सामना करना पड़ेगा। इसके साथ नेपाल कस्टम ने सख्ती से लागू करने के लिए भारतीय नंबर के पर्यटकों के वाहनों इसके साथ ही अब बीते 30 अगस्त को जारी आदेश के मुताबिक, अब नेपाल में प्रवेश करने वाली भारतीय बाइक को रोड परमिट के रूप में 100 की बजाय 200 रुपये (नेपाली मुद्रा) देने होंगे।
Nepal Border: नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश
बता दें कि अब छोटे से बड़े वाहनों के शुल्क में भिन्न अंतर देखने को मिलेगा जैसे कि छोटे चार पहिया वाहनों से 500 की जगह 600, मालवाहक मिनी ट्रक से 500 की बजाय 700 और ट्रक से 700 की जगह 1000 नेपाली रुपये लिए जाएंगे। इसकी जानकारी नेपाल भंसार यानी सीमा शुल्क कार्यालय नियंत्रण कक्ष और पर्सा जिला पुलिस प्रवक्ता व डीएसपी दीपक भारती ने दी।
उन्होंने बताया कि सरकार का निर्देश प्राप्त हुआ है। जिससे सख्ती पालन करने का निर्देश है। चालक दिवाकर गिरि, गुड्डू सिंह ने बताया कि भारतीय वाहनों और पर्यटकों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा।
चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अरुण गुप्ता, सचिव आलोक श्रीवास्तव, लायंस क्लब शंभु प्रसाद चौरसिया, बिमल रूंगटा ने बताया कि भारतीय लोगों पर आर्थिक दबाव डालकर अप्रत्यक्ष रूप से वाहनों का नेपाल में प्रवेश रोकने की साजिश है। नेपाल चीन समर्थित सरकार ने दबाव में यह टैक्स लगाया है।
व्यपारियों ने जानकारी दी कि इसे तत्काल 10 से 15 प्रतिशत भारतीय वाहनों का अब नेपाल में प्रवेश नहीं हो पा रहा है। पूर्व में प्रतिदिन छोटे बड़े वाहन करीब एक हजार वाहन आते और जाते थे। इन दिनों बार्डर पार्किग क्षेत्र में वाहनो को पार्क कर नेपाली वाहनों से नेपाल जा रहे है।