छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नगर निगम यानि आरएमसी शहर में दस फ़ास्ट इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन बनाने जा रहा है। यह प्रोजेक्ट सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर किया जाएगा। इसके साथ ही आरएमसी देश का पहला ऐसा नगर निकाय बन जाएगा जो किसी पीएसयू के साथ इस तरह का प्रोजेक्ट शुरू कर रहा है।
यह प्रोजेक्ट ईवी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने और शहर में प्रदूषण कम करने में मदद करेगा। पहले चरण में नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम परिसर, गांधी उद्यान, आउटडोर स्टेडियम परिसर में स्थित पुराने स्मार्ट सिटी लिमिटेड कार्यालय परिसर, सेंट्रल लाइब्रेरी के सामने अनुपम गार्डन और जवाहर बाजार पार्किंग में फास्ट फोर व्हीलर ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
कितने चरणों में बन रहे स्टेशन ?
आरएमसी कमिश्नर अविनाश मिश्रा ने कहा कि हम पीएसयू के साथ फ़ास्ट चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने वाले देश के पहले नगर निकाय हैं। पहले चरण में पांच स्टेशनों पर काम शुरू हो गया है। वहीं शेष पांच चार्जिंग स्टेशन दूसरे चरण में बनाए जाएंगे। रायपुर जिला कलेक्टर डॉक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर नगर आयुक्त अविनाश मिश्रा और कार्यकारी अभियंता इमरान खान ने प्रस्तावित फ़ास्ट ईवी चार्जिंग स्टेशनों की समीक्षा के लिए साइट निरीक्षण किया। जनहित में आवश्यक विचार-विमर्श के बाद नगर आयुक्त ने परियोजना को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
रायपुर में चल रहे हैं कितने ईवी चार्जिंग स्टेशन ?
फास्ट फ़ोरव्हीलर ईवी चार्जिंग स्टेशन वर्तमान में राजधानी शहर में चार स्थानों पर चालू हैं। ये नगर निगम मुख्यालय पार्किंग क्षेत्र, भाठागांव में अंतरराज्यीय बस स्टैंड, कलेक्ट्रेट के सामने बहु-स्तरीय पार्किंग और जायस्तंभ चौक के पास पुराने बस स्टैंड बहु-स्तरीय पार्किंग पर कार्य कर रहे हैं। हालांकि ये स्टेशन आरएमसी द्वारा ही लगाए गए हैं।
नगर निगम के लिए अच्छे राजस्व का साधन
अप्रैल से जुलाई 2024 तक इन ईवी चार्जिंग स्टेशनों पर कुल 3499.17 यूनिट बिजली की खपत हुई है। इन स्टेशनों से लगभग 10.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से राजस्व प्राप्त होता है। यह रायपुर नगर निगम को महत्वपूर्ण आय प्रदान करता है। ईवी चार्जिंग स्टेशनों पर बिजली की खपत में हर महीने लगभग 30% की वृद्धि हुई है, जो नागरिकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया और उत्साहजनक रुझानों को दर्शाता है।
टाटा और एथर पावर के साथ भागीदारी
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ने बताया कि अप्रैल 2024 में चार ईवी चार्जिंग स्टेशनों ने 378.83 यूनिट बिजली की खपत की। मई 2024 में खपत 701.24 यूनिट थी। जून 2024 में यह 1050.10 यूनिट थी। और जुलाई 2024 में यह 1369 यूनिट तक पहुंच गई। अप्रैल से जुलाई 2024 तक चार महीनों में इन चार ईवी चार्जिंग स्टेशनों पर कुल बिजली की खपत 3499.17 यूनिट थी। यह पहल टाटा और एथर पावर जैसी कंपनियों की भागीदारी से की जा रही है। यह शहर भर में विभिन्न स्थानों पर वाहनों के लिए रैपिड चार्जिंग को सक्षम बनाएगी।