भारतीय संस्कृति, विविधता और परंपराओं के लिए दुनिया भर में मशहूर है। भारत को ‘सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा’ कहने वाले सिर्फ भारतीय ही नहीं, बल्कि अन्य देशों के लोग भी हैं। यह लाइन 1984 में भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष से भारत को देखकर कही थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दुनिया पर एक और ऐसा देश है जिसे ‘दूसरा भारत’ कहा जाता है? यह देश यूरोप में स्थित है और यहां की एक नदी को गंगा के समान पवित्र माना जाता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि यह देश कौन सा है और इसे ‘यूरोप का भारत’ क्यों कहा जाता है।
कौन है दुनिया का दूसरा भारत?
दुनिया का दूसरा भारत यूरोप का देश इटली है। इटली को कई कारणों से ‘यूरोप का भारत’ कहा जाता है। यह देश अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक संबंधों और कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था के कारण भारत के साथ कई समानताएं रखता है।
इटली की पवित्र पो नदी
भारत में गंगा नदी को सबसे पवित्र माना जाता है। ठीक उसी तरह इटली में पो नदी को पवित्रता और जीवन का प्रतीक माना जाता है। पो नदी इटली की सबसे लंबी नदी है और यह देश के अधिकांश हिस्सों में कृषि और जल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत है। इटली के लोगों के लिए यह नदी धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। दुनिया के अन्य हिस्सों में भी पो नदी की तुलना भारत की गंगा से की जाती है।
कृषि प्रधान देश होने की समानता
भारत और इटली दोनों ही देश कृषि प्रधान हैं। दोनों देशों की बड़ी आबादी खेती पर निर्भर करती है। इटली में भी कई लोग कृषि कार्यों से जुड़े हुए हैं और वहां के ग्रामीण इलाकों में खेती मुख्य व्यवसाय है। इटली में गेहूं, जैतून और अंगूर जैसी फसलें उगाई जाती हैं, जो वहां की अर्थव्यवस्था का प्रमुख हिस्सा हैं। इसी तरह भारत में भी विभिन्न प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं। दुनिया के इन दोनों हिस्सों में कृषि को जीवन का आधार माना जाता है।
सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि
इटली और भारत की सांस्कृतिक विरासत हजारों साल पुरानी है। भारत की तरह इटली भी प्राचीन सभ्यता का केंद्र रहा है। रोम और वेनिस जैसे शहरों की ऐतिहासिक इमारतें और कलाकृतियां इटली की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण हैं। भारत में भी ताजमहल, खजुराहो और वाराणसी जैसे ऐतिहासिक स्थल दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। दुनिया की इन दोनों जगहों पर लोग इतिहास और संस्कृति की झलक पाने के लिए आते हैं।
ऐतिहासिक संबंध
भारत और इटली के बीच ऐतिहासिक संबंध लगभग 2000 साल पुराने हैं। दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान होता रहा है। रोम और भारत के बीच प्राचीन काल में मसालों, कपड़ों और आभूषणों का व्यापार होता था। यह संबंध आज भी कायम है। दुनिया के प्राचीन व्यापार मार्गों में भारत और इटली का नाम हमेशा शामिल रहा है।
आल्प्स पर्वत और हिमालय की समानता
भारत में हिमालय पर्वत को पवित्र और जीवनदायिनी माना जाता है। ठीक उसी प्रकार इटली में आल्प्स पर्वत हैं, जो देश की भौगोलिक और सांस्कृतिक पहचान का अहम हिस्सा हैं। आल्प्स पर्वत इटली के उत्तरी भाग में स्थित हैं और यह देश की जलवायु, खेती और पर्यटन को प्रभावित करते हैं। दुनिया के पर्वतीय इलाकों की बात करें तो हिमालय और आल्प्स का विशेष महत्व है।
धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएं
भारत और इटली दोनों ही देशों में धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं का विशेष महत्व है। इटली में कैथोलिक ईसाई धर्म प्रमुख है, जबकि भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायी रहते हैं। दोनों देशों में त्योहारों और परंपराओं को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। दुनिया के धार्मिक मानचित्र पर इन दोनों देशों का खास स्थान है।
पारिवारिक मूल्य और परंपराएं
भारत और इटली दोनों ही देशों में पारिवारिक मूल्यों और परंपराओं का विशेष महत्व है। दोनों देशों के लोग परिवार को अपनी जिंदगी का केंद्र मानते हैं। विवाह, जन्म और अन्य सामाजिक समारोहों में परिवार की भागीदारी को बहुत अहमियत दी जाती है। दुनिया में जहां भी भारतीय और इटली के लोग रहते हैं, वहां वे अपनी पारिवारिक परंपराओं को जीवित रखते हैं।
भोजन और खानपान की समानता
भारत और इटली दोनों ही देशों का भोजन दुनियाभर में प्रसिद्ध है। भारतीय मसाले और इटैलियन पास्ता दुनियाभर में पसंद किए जाते हैं। दोनों देशों के लोग अपने भोजन को बहुत महत्व देते हैं और इसे सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा मानते हैं। दुनिया में जहां भी ये दोनों देश के लोग रहते हैं, वे अपने पारंपरिक भोजन को साथ लेकर चलते हैं।
कला और संगीत की धरोहर
भारत और इटली दोनों ही देश कला और संगीत के क्षेत्र में भी समृद्ध हैं। भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की तरह इटली का ऑपेरा और बैले दुनियाभर में प्रसिद्ध है। दोनों देशों के कलाकारों ने अपने-अपने क्षेत्र में विश्व स्तर पर पहचान बनाई है। दुनिया के सांस्कृतिक मंच पर इन दोनों देशों का नाम बड़े आदर से लिया जाता है।
पर्यटन स्थल
भारत और इटली दोनों ही देशों में कई विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं। भारत में ताजमहल, जयपुर का हवामहल, कश्मीर की वादियां और गोवा के समुद्री तट जैसे स्थान पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। वहीं इटली में रोम का कोलोसियम, वेनिस की नहरें और पीसा की झुकी हुई मीनार पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण हैं। दुनिया के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों की सूची में इन दोनों देशों के स्थान शामिल हैं।
फैशन और डिजाइन
इटली फैशन और डिजाइन के क्षेत्र में दुनियाभर में प्रसिद्ध है। मिलान को दुनिया की फैशन राजधानी कहा जाता है। भारत भी अपने पारंपरिक परिधानों और हस्तशिल्प के लिए मशहूर है। दोनों देशों के लोग फैशन और स्टाइल को अपनी सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा मानते हैं। दुनिया के फैशन प्रेमियों के लिए भारत और इटली प्रेरणा स्रोत हैं।
खेलों का महत्व
भारत और इटली दोनों ही देशों में खेलों का विशेष महत्व है। भारत में क्रिकेट प्रमुख खेल है, जबकि इटली में फुटबॉल सबसे लोकप्रिय खेल है। दोनों देशों के लोग खेलों में उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं और अपनी टीमों को समर्थन देते हैं। दुनिया के खेल प्रेमियों के बीच इन दोनों देशों की टीमें बहुत लोकप्रिय हैं।
भाषा और साहित्य
भारत और इटली दोनों ही देशों की भाषाओं और साहित्य में गहरी समृद्धि है। भारत में हिंदी, तमिल, बंगाली जैसी कई भाषाएं बोली जाती हैं। वहीं इटली की मुख्य भाषा इतालवी है। दोनों देशों के साहित्यकारों ने अपनी-अपनी भाषाओं में अमूल्य योगदान दिया है। दुनिया के साहित्यिक इतिहास में इन दोनों देशों का महत्वपूर्ण स्थान है।
व्यापारिक संबंध
भारत और इटली के बीच व्यापारिक संबंध भी बहुत मजबूत हैं। दोनों देशों के बीच मशीनरी, कपड़े, आभूषण, मसाले और खाद्य पदार्थों का व्यापार होता है। इटली भारत के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में से एक है। दुनिया के व्यापारिक संबंधों में भारत और इटली का योगदान अहम है।
तकनीकी और औद्योगिक विकास
भारत और इटली दोनों ही देश तकनीकी और औद्योगिक विकास में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। दोनों देशों में विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी नवाचार हो रहे हैं और युवाओं को नई तकनीकें सिखाई जा रही हैं। दुनिया के तकनीकी विकास में इन दोनों देशों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
पर्यावरण संरक्षण
भारत और इटली दोनों ही देश पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। दोनों देशों में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण के मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाई जा रही है। दुनिया के पर्यावरणीय प्रयासों में भारत और इटली की भागीदारी सराहनीय है।
शिक्षा और ज्ञान
भारत और इटली दोनों ही देशों में शिक्षा का विशेष महत्व है। दोनों देशों के विश्वविद्यालय और संस्थान विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित हैं। दुनिया के शिक्षण संस्थानों की सूची में इन दोनों देशों के कई विश्वविद्यालय शामिल हैं।
निष्कर्ष
भारत और इटली के बीच कई समानताएं हैं, जिनके कारण इटली को ‘यूरोप का भारत’ कहा जाता है। दोनों देशों की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्थिक पृष्ठभूमि एक-दूसरे से जुड़ी हुई है। दुनिया में इन दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी समझ और सहयोग का रिश्ता दिनोंदिन मजबूत हो रहा है।