अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर विशेष आयोजन
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर जशपुर में आयोजित ‘अटल सुशासन चौपाल’ में भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य वाजपेयी जी की उपलब्धियों और योगदान को याद करना था। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर घोषणा की कि छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष को ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा। इस पहल के तहत राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास और सुशासन को प्राथमिकता दी जाएगी।
छत्तीसगढ़ को राज्य का दर्जा: अटल जी का योगदान
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा अटल बिहारी वाजपेयी जी की दूरदृष्टि और दृढ़ संकल्प का परिणाम है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के निर्माण की कल्पना न केवल इस क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए की थी, बल्कि यहां के निवासियों, विशेष रूप से आदिवासी समुदायों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए भी की थी।
सुशासन दिवस: हर साल एक नई शुरुआत
अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को पूरे छत्तीसगढ़ में ‘सुशासन दिवस‘ के रूप में मनाया जाता है। यह दिन राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराने का अवसर है, जो अटल जी के मूल्यों और सिद्धांतों पर आधारित है। इस बार सुशासन दिवस को और अधिक व्यापक रूप से मनाने की योजना बनाई गई है, जिसमें सरकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार और उनकी पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी।
‘अटल निर्माण वर्ष’ की परिकल्पना
‘अटल निर्माण वर्ष’ के तहत छत्तीसगढ़ में बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता दी जाएगी। सड़कों, पुलों, और शहरी योजनाओं के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी के सपनों का छत्तीसगढ़ तभी साकार होगा जब सभी क्षेत्रों में संतुलित विकास होगा।
कृषि क्षेत्र में बड़े कदम
राज्य सरकार ने किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। धान की खरीद के लिए 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल तक की सीमा तय की गई है। यह पहल न केवल किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।
आदिवासी समुदायों के लिए विशेष योजनाएं
अटल बिहारी वाजपेयी ने आदिवासी समुदायों के उत्थान पर विशेष ध्यान दिया था। उनकी इसी दृष्टि को आगे बढ़ाते हुए, छत्तीसगढ़ सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में विशेष योजनाएं लागू की हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के क्षेत्र में नई पहल की जा रही है, जो आदिवासी समुदायों के जीवन को बेहतर बनाएगी।
औद्योगिक विकास को बढ़ावा
राज्य में औद्योगिक विकास के लिए विशेष नीतियां बनाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ को औद्योगिक विकास की दिशा में एक नई पहचान मिली थी। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, राज्य सरकार औद्योगिक हब स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है।
युवा शक्ति को मजबूत करना
युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया जाएगा। अटल जी ने हमेशा युवा शक्ति को देश का भविष्य माना था। इसी दृष्टिकोण से छत्तीसगढ़ सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष योजनाएं ला रही है।
महिला सशक्तिकरण पर जोर
महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी ‘अटल निर्माण वर्ष’ के तहत विशेष योजनाएं चलाई जाएंगी। महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने, शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने, और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया जाएगा। इसके अलावा, ‘महतारी वंदन योजना’ के तहत 70 लाख महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।
शिक्षा और स्वास्थ्य का विकास
राज्य सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने का संकल्प लिया है। ‘अटल निर्माण वर्ष’ के तहत नई स्कूल और कॉलेज खोलने के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की योजना बनाई गई है।
पर्यावरण संरक्षण
अटल जी ने पर्यावरण संरक्षण को भी विकास का अभिन्न हिस्सा माना था। उनकी इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए, छत्तीसगढ़ सरकार वनीकरण और पर्यावरणीय जागरूकता अभियानों को बढ़ावा दे रही है।
डिजिटल छत्तीसगढ़ की दिशा में कदम
राज्य को डिजिटल युग में अग्रणी बनाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। डिजिटल शिक्षा, ई-गवर्नेंस, और ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पर्यटन को बढ़ावा
छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। अटल जी के समय शुरू की गई योजनाओं को और अधिक विकसित किया जा रहा है।
‘अटल ग्राम’ की योजना
ग्रामीण विकास को प्राथमिकता देते हुए, सरकार ‘अटल ग्राम’ योजना शुरू कर रही है। इसके तहत गांवों में बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिससे ग्रामीण जीवन स्तर में सुधार हो सके।
जल संसाधन का उपयोग
जल संसाधनों का कुशल उपयोग और सिंचाई की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए नई योजनाएं लागू की जा रही हैं। अटल जी के समय शुरू की गई नीतियों को विस्तार दिया जा रहा है।
सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण
छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और उसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं।
उद्योग और व्यापार में सुधार
निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए उद्योग और व्यापार नीतियों में सुधार किए जा रहे हैं।
अटल जी के सपनों का छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अटल जी के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष
‘अटल निर्माण वर्ष’ छत्तीसगढ़ के विकास की नई दिशा तय करेगा। यह अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।